प्रतापगढ़। प्रभारी जिलाधिकारी नवनीत सेहारा की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण निधि के अंतर्गत सूखा न्यूनीकरण पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वाधान में प्रयागराज से आई टीम ने सूखा न्यूनीकरण पर चर्चा की।
बैठक में बताया गया कि 15वें वित्त आयोग के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 से 2025-26 तक के लिए राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण नीति के तहत सूखा न्यूनीकरण परियोजना का क्रियान्वयन किया जाना है। इस परियोजना के लिए भारत सरकार द्वारा निर्धारित मानकों और टेम्पलेट के आधार पर तकनीकी एजेंसियों बीएआईएफ और आईसीआरआईएसएटी के सहयोग से सूखा न्यूनीकरण प्रस्ताव तैयार कर 21 अगस्त 2024 तक प्रस्तुत किया जाना है। इस दिशा में कृषि विभाग, भूमि संरक्षण, सिंचाई विभाग और जल निगम के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
प्रभारी जिलाधिकारी ने सूखा न्यूनीकरण के लिए अपर जिलाधिकारी (वि/रा) को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए। जिले के 17 ब्लॉकों में स्थित उन गांवों का चयन किया जाएगा जहां लगभग 6250 लोग निवास करते हैं और जिन क्षेत्रों में जल स्तर सही नहीं है और जीवन यापन में कठिनाइयां हैं।
इस बैठक में उप कृषि निदेशक विनोद कुमार यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी और प्रयागराज से आई टीम के सदस्य पी.के. त्रिपाठी, डी.एस. यादव, दयाशंकर और आपदा विशेषज्ञ अनुपम शेखर उपस्थित रहे।
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