मुजफ्फरनगर: आयोजित चौड़ीकरण सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की महापंचायत में किसानों का सैलाब उमड़ पड़ा। महापंचायत में पहुंचे एसडीएम सहित सभी विभागों के अधिकारियों को किसानों ने कई घंटों तक अपने बीच बैठाए रखा। किसानों की समस्याओं का मौके पर ही अधिकारियों द्वारा समाधान किया गया। वहीं, भाकियू नेताओं ने विभिन्न समस्याओं से संबंधित ज्ञापन एसडीएम सदर निकिता शर्मा को सौंपा। महापंचायत में सड़क चौड़ीकरण पर भी अधिकारियों की उपस्थिति में सहमति बनी।
मुजफ्फरनगर-थानाभवन मार्ग के चौड़ीकरण को लेकर भारतीय किसान यूनियन द्वारा शनिवार को चरथावल ब्लॉक परिसर में किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। इस दौरान किसान नेताओं ने जिले के अफसरों पर तानाशाही करने और भ्रष्टाचार के जरिये किसानों, ग्रामीणों एवं व्यापारियों का उत्पीड़न करने के आरोप लगाए। दोपहर तक भी महापंचायत में कोई अधिकारी नहीं पहुंचा तो किसानों में आक्रोश नजर आया। भोजन के बाद मुजफ्फरनगर कूच का ऐलान होने के कुछ ही देर बाद एसडीएम सदर निकिता शर्मा, तहसीलदार सदर राधेश्याम, पीडब्ल्यूडी एक्सईन, सीओ सदर राजू कुमार साव, विद्युत एसडीओ, सिंचाई विभाग, चकबंदी विभाग के अधिकारी, बीडीओ और एसएचओ चरथावल जसवीर सिंह फोर्स के साथ वहां पहुंचे। किसानों ने एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों को अपने साथ धरने पर ही बैठा लिया। एसडीएम के साथ वार्ता करते हुए अपनी मांग रखी और साफ कर दिया कि सजरे से ज्यादा की भूमि बिना मुआवजा तय हुए नहीं दी जाएगी। इससे पहले किसी का भी निर्माण ध्वस्त नहीं होने देंगे।
एसडीएम सदर ने बताया कि सभी मांगों को लेकर जिलाधिकारी को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही इस मामले में सहमति बनाकर चौड़ीकरण का कार्य प्रारम्भ कराया जाएगा। महापंचायत में पहुंचे एसडीएम सहित सभी विभागों के अधिकारियों को किसानों ने कई घंटों तक अपने बीच बैठाए रखा। किसानों की समस्याओं का मौके पर ही अधिकारियों द्वारा समाधान किया गया। वहीं, भाकियू नेताओं ने विभिन्न समस्याओं से संबंधित ज्ञापन एसडीएम सदर निकिता शर्मा को सौंपा। महापंचायत में सड़क चौड़ीकरण पर भी अधिकारियों की उपस्थिति में सहमति बनी।
महापंचायत में भाकियू के युवा मंडल अध्यक्ष विकास शर्मा ने अफसरों के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि यह किसानों का जिला है, यहां अफसरशाही नहीं चलने दी जाएगी। किसान यहां भीषण गर्मी में महापंचायत में बैठे हैं, लेकिन अफसर बात करने को तैयार नहीं हैं। दधेडू से राई नगला तक सड़क के चौड़ीकरण के लिए जो भी भूमि सजरे में आ रही है, वो ही जमीन किसान और ग्रामीण देंगे। इससे एक इंच भी ज्यादा जमीन नहीं दी जाएगी। सजरे से ज्यादा यदि जमीन प्रशासन या लोक निर्माण को चाहिए, तो एक-एक इंच के लिए ग्रामीणों और किसानों को तय सर्किल रेट से चार गुना अधिक मुआवजा दिया जाए। यह जिला बाबा टिकैत का है, किसानों का है, यहां पर किसानों के साथ सहमति बनाकर काम करना पड़ेगा। अफसरों ने जबरदस्ती कार्य किया तो उन्हें ईंट का जवाब पत्थर से देने के लिए हम तैयार हैं। किसानों से सात प्रतिशत का ब्याज गन्ना सोसायटी पर जबरन काटा जा रहा है। किसानों से लूट-खसोट करने का काम किया जा रहा है।
विकास शर्मा ने कहा कि किसानों को नोटिस देकर उनका कनेक्शन काटकर नलकूपों को बंद किया जा रहा है। किसान इस भीषण गर्मी में बिना बरसात के अपने खेतों की फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। सरकार कह रही है कि किसानों को फ्री में बिजली दी जा रही है। आलम यह है कि कल्लरपुर का राजवाहा सूखा पड़ा है। किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। सरकार के आदेशों को भी ठेंगा दिखाने का काम जिला प्रशासन के अफसर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जितना कठिन संघर्ष होगा, सफलता उतनी ही मिठास लेकर आएगी। इसके लिए सभी को एकजुट होकर लड़ाई लड़नी चाहिए। दोपहर तक भी महापंचायत में कोई अधिकारी नहीं पहुंचा तो किसानों में आक्रोश नजर आया।
भोजन के बाद मुजफ्फरनगर कूच का ऐलान होने के कुछ ही देर बाद एसडीएम सदर निकिता शर्मा, तहसीलदार सदर राधेश्याम, पीडब्ल्यूडी एक्सईन, सीओ सदर राजू कुमार साव, विद्युत एसडीओ, सिंचाई विभाग, चकबंदी विभाग के अधिकारी, बीडीओ और एसएचओ चरथावल जसवीर सिंह फोर्स के साथ वहां पहुंचे। किसानों ने एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों को अपने साथ धरने पर ही बैठा लिया। एसडीएम के साथ वार्ता करते हुए अपनी मांग रखी और साफ कर दिया कि सजरे से ज्यादा की भूमि बिना मुआवजा तय हुए नहीं दी जाएगी, इससे पहले किसी का भी निर्माण ध्वस्त नहीं होने देंगे।
एसडीएम सदर ने बताया कि सभी मांगों को लेकर जिलाधिकारी को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही इस मामले में सहमति बनाकर चौड़ीकरण का कार्य प्रारम्भ कराया जाएगा। महापंचायत में पहुंचे एसडीएम सहित सभी विभागों के अधिकारियों को किसानों ने कई घंटों तक अपने बीच बैठाए रखा। किसानों की समस्याओं का मौके पर ही अधिकारियों द्वारा समाधान किया गया। वहीं, भाकियू नेताओं ने विभिन्न समस्याओं से संबंधित ज्ञापन एसडीएम सदर निकिता शर्मा को सौंपा। महापंचायत में सड़क चौड़ीकरण पर भी अधिकारियों की उपस्थिति में सहमति बनी।
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