प्रयागराज मेला प्राधिकरण की 19वीं बोर्ड बैठक मण्डलायुक्त श्री विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में आई ट्रिपल सी सभागार में संपन्न हुई। इस बैठक में महाकुंभ 2025 के आयोजन को सफल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक के दौरान महाकुंभ मेला 2025 की बसावट, व्यावसायिक और आवासीय गतिविधियों के अनुश्रवण, तथा श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए अवस्थापनाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक समिति के गठन को मंजूरी दी गई। इस समिति का नेतृत्व मेलाधिकारी करेंगे, जो मेला क्षेत्र की सीमाओं का निर्धारण कर मेला जनपद घोषित करने के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार करेगी।
बैठक में प्रयागराज मेला प्राधिकरण की ओर से एक वेबसाइट और मोबाइल ऐप के बारे में जानकारी दी गई। इनकी कार्यक्षमताओं को और बेहतर बनाने के लिए एमएनएनआईटी और ट्रिपल आईटी के प्रोफेसरों को शामिल करते हुए एक बहुआयामी समिति का गठन किया गया था। समिति के सुझावों को वेबसाइट और ऐप में सम्मिलित कर लिया गया है। वेबसाइट और ऐप का उद्देश्य प्रयागराज और कुंभ मेला के इतिहास, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का प्रचार-प्रसार करना है, साथ ही महाकुंभ 2025 के लिए श्रद्धालुओं को समुचित जानकारी उपलब्ध कराना है।
महाकुंभ 2025 के दौरान, 10 डिजिटल खोया-पाया केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो मेला क्षेत्र में खोए हुए व्यक्तियों को उनके परिजनों से मिलाने में सहायता करेंगे। इसके अलावा, मेले में फ़ूड और सिविल सप्लाई की आईसीटी आधारित मॉनीटरिंग होगी।
मेला क्षेत्र के आसपास आने वाले तीर्थयात्रियों, स्नानार्थियों और पर्यटकों की सुरक्षा और सुचारू आवागमन सुनिश्चित करने के लिए पांच प्रमुख मार्गों के विकास और सौंदर्यीकरण का कार्य भी मेला प्राधिकरण द्वारा कराया जाएगा। इनमें बख्शी बांध से गंगा मूर्ति तिराहा होते हुए नागवासुकी तक, अलोपी बाग से दारागंज, किलाघाट मार्ग, दारागंज से शास्त्रीपुल, और टिकर माफी आश्रम काली त्रिवेणी रैंप शामिल हैं।
मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए वर्ष पर्यंत चेंजिंग रूम, पूजा स्थल और फ्लोटिंग जेटी जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही, महाकुंभ 2025 के आयोजन के दौरान टूर गाइड, नाविक, वॉलंटियर्स, कुंभ सेवामित्र, वेंडर्स और मेला क्षेत्र में तैनात किए जाने वाले पुलिसकर्मी एवं विभागीय कर्मचारियों (लगभग 10,000 की संख्या) के लिए 2 से 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा, हाई स्पीड इंटरनेट (लीज़ लाइन) की भी व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में त्रिवेणी बांध रोड पर मोरी गेट पंपिंग स्टेशन के पास नई रेलवे लाइन के अंडरपास मार्ग के निर्माण कार्य को भी स्वीकृति दी गई। इसके अलावा, अलोपीबाग जंक्शन, हर्षवर्धन जंक्शन, बांगड़ धर्मशाला जंक्शन, जीटी जवाहर जंक्शन और धूमनगंज थाना जंक्शन के सुदृढीकरण, तथा विभिन्न राजमार्गों एवं अप्रोच रोड के सौंदर्यीकरण और लैंडस्केप डेवलपमेंट का कार्य मेला प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा।
इन सभी निर्णयों का उद्देश्य महाकुंभ 2025 को सुव्यवस्थित, सुरक्षित और भव्य बनाना है, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को एक उत्कृष्ट अनुभव मिल सके।
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