अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन के बाद से अब तक राम मंदिर ट्रस्ट ने 55 अरब रुपये से अधिक की धनराशि जुटा ली है। मंदिर निर्माण के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है, और बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर में पहुंच रहे हैं। इस दौरान, दान की राशि में भी लगातार वृद्धि हो रही है।
भूमि पूजन के बाद, राम मंदिर ट्रस्ट ने 2021 में मकर संक्रांति से लेकर रविदास जयंती तक 42 दिनों का निधि समर्पण अभियान चलाया था, जिसमें 10, 100 और 1000 रुपये की रसीदें जारी की गई थीं। इस अभियान में देशभर के सभी वर्गों से लोग शामिल हुए और कुल 3500 करोड़ रुपये की धनराशि एकत्र की गई। यह धनराशि एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक में जमा की गई है।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद से दान की प्रक्रिया में और तेजी आई है, और हर महीने ट्रस्ट को एक करोड़ रुपये से अधिक की राशि दान स्वरूप प्राप्त हो रही है। रामलला के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु नकद, ऑनलाइन, चेक, आरटीजीएस और अन्य माध्यमों से दान कर रहे हैं। इसके अलावा, बड़ी मात्रा में सोना और चांदी भी दानस्वरूप अर्पित किए जा रहे हैं, जिन्हें बैंक के लॉकर में सुरक्षित रखा गया है।
अक्टूबर 2023 में राम मंदिर ट्रस्ट को विदेशी चंदा प्राप्त करने की अनुमति मिली, जिसके बाद विदेशी भक्तों से भी बड़ी मात्रा में दान आने लगा। पिछले दस महीनों में, ट्रस्ट को लगभग 11 करोड़ रुपये का विदेशी दान प्राप्त हुआ है, जिसमें नेपाल और अमेरिका के भक्तों का विशेष योगदान है। विदेशी दान के लिए ट्रस्ट ने नई दिल्ली में स्टेट बैंक में खाता खोला है।
राम मंदिर परिसर में सावन झूले मेले का उल्लास भी श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहा है। श्रीराम लला के दरबार में रजत हिंडोले पर झूलते राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के दर्शन के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं। झूलनोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से कजरी गीतों की गूंज रामनगरी में सुनाई दे रही है। ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा के अनुसार, अब तक लगभग एक लाख श्रद्धालु मंदिर परिसर में भंडारे का प्रसाद ग्रहण कर चुके हैं।
इस प्रकार, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरे जोरों पर है और भक्तों के समर्थन और दान से यह कार्य निरंतर प्रगति कर रहा है।
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