शनिवार को सर्किट हाउस सभागार में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री औद्योगिक विकास, निर्यात, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन, श्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' जी की अध्यक्षता में गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान माननीय मंत्री जी ने जोर देकर कहा कि गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। चूंकि महाकुंभ-2025 का आयोजन प्रयागराज में होने जा रहा है, इसलिए देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की नजरें इस आयोजन की व्यवस्थाओं पर होंगी। ऐसे में मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार, दिसंबर 2024 तक गंगा एक्सप्रेस-वे के मुख्य कैरिजवे का निर्माण कार्य हर हाल में और उच्चतम गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाना चाहिए।
मंत्री जी ने परियोजना से जुड़े सभी वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपनी पूरी क्षमता और मशीनरी का उपयोग कर इस परियोजना को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करें। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि इस परियोजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बैठक के दौरान अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से परियोजना की अद्यतन प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि परियोजना को चार ग्रुपों में बांटा गया है। जुलाई 2024 तक परियोजना के 70 प्रतिशत कार्य को पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन ग्रुप-1 में 60.54 प्रतिशत, ग्रुप-2 में 66.00 प्रतिशत, ग्रुप-3 में 49.20 प्रतिशत, और ग्रुप-4 में 50.60 प्रतिशत प्रगति ही हो पाई है। इस पर मंत्री जी ने नाराजगी व्यक्त की और निर्देश दिया कि समय सीमा को ध्यान में रखते हुए अवशेष दिनों में प्रत्येक दिन का लक्ष्य निर्धारित करते हुए एक नया प्लान बनाया जाए और उसी के अनुसार कार्य किया जाए।
मंत्री जी ने विशेष रूप से मिट्टी, सबग्रेड, जीएसबी, डब्लूएमएम, डीबीएम, और बीसी के कार्यों की भौतिक प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि परियोजना के निर्माण में मिट्टी का कार्य सबसे चुनौतीपूर्ण है और इसे प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने अधिकारियों से परियोजना की निर्धारित समयसीमा में पूर्णता के लिए उनकी योजना और तैयारी की जानकारी ली। मंत्री जी ने मिट्टी के रेट को पुनः निर्धारित करने, दूरस्थ क्षेत्रों से मिट्टी की व्यवस्था करने के विकल्प खोजने, संसाधनों को बढ़ाने और पूरी क्षमता के साथ लक्ष्य के अनुसार कार्य करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में वरिष्ठ मुख्य महाप्रबंधक यूपीडा, वरिष्ठ भू-अर्जन अधिकारी, महाप्रबंधक यूपीडा, मुख्य अभियंता यूपीडा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी-अडानी सहित गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना से जुड़े अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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