लखनऊ। बिजली चेकिंग के नाम पर उपभोक्ता विनोद कुमार सिंह और उनके दामाद, सेना में हवलदार प्रदीप कुमार सिंह से अभद्र व्यवहार, सुविधा शुल्क मांगने और जबरन केबल काटने के मामले में दो अवर अभियंता, उपखंड अधिकारी और सेस प्रथम के अधिशासी अभियंता को निलंबित कर दिया गया है। यह घटना 23 जून 2024 को निलमथा के विजय नगर में हुई।
तीन दिन के भीतर ही इस मामले की जांच रिपोर्ट आ गई और 26 जून को सभी को निलंबित कर दिया गया। जांच में उपखंड अधिकारी राजेश कुमार कोई उचित जवाब अपने पक्ष में नहीं दे पाए। वहीं, जब जांच टीम ने अधिशासी अभियंता दुर्गेश यादव से मामले की जानकारी ली, तो उन्हें घटना की कोई जानकारी नहीं थी। शिथिलता बरतने के आरोप में दुर्गेश यादव को भी निलंबित कर दिया गया।
शिकायतकर्ता विनोद कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि उनके निलमथा के विजय नगर आवास में उतरेठिया उपकेंद्र के उपखंड अधिकारी राजेश कुमार, अवर अभियंता जितेंद्र कुमार मिश्रा, और शिव प्रसाद मिश्रा टीम के साथ चेकिंग के नाम पर घर में घुस आए और छत पर चढ़ गए। तीनों अभियंताओं और कर्मियों ने उनके दामाद प्रदीप और उनके साथ अभद्र व्यवहार किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि चोरी दिखाने और उगाही करने के नाम पर जबरन घर की केबल मीटर के आगे से काट दी गई। जांच टीम द्वारा पैसे की डिमांड करते हुए कहा गया कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो मुकदमे में फंसा दिया जाएगा। जेई और उपखंड अधिकारी ने दोनों घरों के मीटर और केबल तक उखाड़ लिए। जेई ने मौके पर ही 40 हजार रुपये जमा कर लिए और नई केबल से कनेक्शन जोड़ दिया।
विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 24 जून को दो लाख रुपये जेई और सब स्टेशन ऑपरेटर को और दिए गए। उपखंड अधिकारी राजेश ने कोई चेकिंग रिपोर्ट नहीं दी और न ही कोई कागज दिया। उपखंड अधिकारी ने जांच टीम को बताया कि चेकिंग रिपोर्ट देने के साथ वीडियो भी बनाया गया है।
इस मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए उच्च अधिकारियों ने सभी दोषी कर्मियों को निलंबित कर दिया है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
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