लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती परीक्षा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। यह परीक्षा 23, 24, 25 और 30, 31 अगस्त को प्रदेशभर में आयोजित की जाएगी। परीक्षा दो पालियों में संपन्न कराई जाएगी, जिसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सीएम आवास पर परीक्षा की तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें डीजीपी, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर, और भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में अब तक की तैयारियों की समीक्षा की गई और सीएम ने अफसरों से फीडबैक भी लिया।
मुख्यमंत्री ने परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं। हर परीक्षा केंद्र के अंदर सुरक्षा अधिकारी की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी, साथ ही बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन और टैक्सी स्टैंड पर पुलिस बल भी तैनात रहेगी। इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों के आसपास स्थित साइबर कैफे पर पुलिस की विशेष नजर रहेगी।
इस वर्ष की भर्ती परीक्षा में 26 राज्यों और 8 केंद्रशासित प्रदेशों के युवाओं ने आवेदन किया है, जिसमें सबसे ज्यादा आवेदन बिहार से आए हैं। इसके अलावा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात, और छत्तीसगढ़ के अभ्यर्थियों ने भी परीक्षा के लिए आवेदन किया है। सरकार की ओर से अभ्यर्थियों को फ्री बस सेवा की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
पेपर लीक की अफवाह और पुलिस की कार्रवाई:
सोशल मीडिया पर पेपर लीक की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। हुसैनगंज थाने में इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है, जो कि भर्ती बोर्ड के इंस्पेक्टर द्वारा कराई गई है। इसमें बताया गया है कि कुछ शरारती तत्व टेलीग्राम चैनलों पर पेपर लीक की अफवाह फैला रहे हैं और अभ्यर्थियों को धोखा देकर उनसे ठगी की कोशिश कर रहे हैं।
टेलीग्राम चैनलों पर @upp paper leak 2024 और @VENOM जैसे फर्जी अकाउंट्स से फर्जी प्रश्नों को वायरल कर यूपीआई के क्यूआर कोड के माध्यम से पैसे मांगने की शिकायतें आई हैं। इस फर्जीवाड़े के खिलाफ साइबर सेल की टीम के साथ-साथ एसटीएफ को भी जांच में लगाया गया है। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कई टीमों को तफ्तीश में लगाया है।
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